भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला समेत चारों एस्ट्रोनॉट्स 28 घंटे के सफर के बाद सफलतापूर्वक पहुंचे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन.

26 जून 2025, शाम 4 बजे – हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो गया जब भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला समेत चारों अंतरिक्षयात्री 28 घंटे की रोमांचक अंतरिक्ष यात्रा के बाद सफलतापूर्वक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंच गए। ड्रैगन अंतरिक्ष यान ने अपनी निर्धारित समय से पहले, 4 बजे सफलतापूर्वक ISS से डॉकिंग कर ली, जबकि पहले इसके 4:30 बजे dock होने की संभावना जताई गई थी।
यह ऐतिहासिक क्षण भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए बेहद गौरवपूर्ण है, क्योंकि पहली बार कोई भारतीय एस्ट्रोनॉट अंतरराष्ट्रीय क्रू मिशन का हिस्सा बनकर ISS तक पहुंचा है। मिशन की शुरुआत के बाद स्पेसक्राफ्ट और पृथ्वी के बीच लगातार लाइव बातचीत होती रही, जिससे मिशन कंट्रोल को यात्रा की हर गतिविधि की सटीक जानकारी मिलती रही।फिलहाल अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ने के बाद स्टेशन का हैच (दरवाजा) खोलने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है, लेकिन उससे पहले लीकेज चेक और तकनीकी जांच की जाएगी, जिसमें लगभग दो घंटे का समय लग सकता है। शाम करीब 6:05 बजे अंतरिक्ष स्टेशन पर विशेष स्वागत भाषण का आयोजन होगा।
हालांकि, डॉकिंग के बाद संचार प्रणाली में आई एक छोटी तकनीकी बाधा के चलते कुछ मिनटों की देरी हुई, लेकिन वैज्ञानिकों की तत्परता से समस्या जल्द सुलझा ली गई है।
यह मिशन न सिर्फ भारत के लिए, बल्कि वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए एक नया मील का पत्थर साबित हो रहा है। शुभांशु शुक्ला की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में प्रेरित करेगी।
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