भारत-मालदीव रिश्तों में नई शुरुआत: पीएम मोदी की यात्रा से फिर जमी दोस्ती की नींव

कुछ ही महीने पहले भारत और मालदीव के रिश्तों में भारी तनाव था। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने ‘इंडिया आउट’ अभियान चलाया, जिससे भारत को अपने सैनिकों को मालदीव से हटाना पड़ा। इसके बाद सोशल मीडिया पर भारत में मालदीव के खिलाफ अभियान चला, और दोनों देशों के रिश्ते बेहद खराब हो गए। इस मौके का चीन ने फायदा उठाया और मालदीव में अपनी पकड़ बढ़ाने की कोशिश की।
हालांकि भारत ने इस पूरे दौर में धैर्य और कूटनीति से काम लिया। भारत ने मालदीव के साथ रिश्तों को लेकर कोई कठोर रुख नहीं अपनाया और लगातार संपर्क बनाए रखा। आज इसी का परिणाम है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालदीव की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर पहुंचे हैं। वे राष्ट्रपति मुइज्जू के निमंत्रण पर मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
मालदीव भारत के लिए समुद्री सुरक्षा और रणनीतिक दृष्टिकोण से बहुत अहम है। दोनों देशों के बीच भौगोलिक और सांस्कृतिक रिश्ते गहरे हैं। भारत ने हमेशा मालदीव की मदद की है—चाहे वह स्वास्थ्य, शिक्षा, आपदा राहत या रक्षा सहयोग हो। पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को फिर से मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।
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