17 साल बाद अरुण गवली जेल से बाहर, सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत

अंडरवर्ल्ड डॉन से नेता बने अरुण गवली उर्फ़ ‘डैडी’ को सुप्रीम कोर्ट ने 2007 के हत्या मामले में ज़मानत दे दी है। करीब 17 साल से नागपुर की केंद्रीय जेल में बंद 70 वर्षीय गवली को बुधवार दोपहर 12:30 बजे कानूनी औपचारिकताओं के बाद रिहा किया गया।
गवली शिवसेना के नगरसेवक कमलाकर जामसंदेकर की हत्या के मामले में उम्रकैद की सज़ा काट रहे थे। उन्हें महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज़्ड क्राइम एक्ट (MCOCA) के तहत दोषी ठहराया गया था। 2006 में गिरफ्तारी के बाद 2012 में मुंबई सेशन कोर्ट ने उन्हें उम्रकैद की सज़ा सुनाई थी।
सुप्रीम कोर्ट की बेंच (जस्टिस एम.एम. सुन्दरश और एन. कोटिश्वर सिंह) ने 28 अगस्त को गवली की लंबी कैद और उनकी उम्र का हवाला देते हुए ज़मानत मंजूर की। अदालत ने कहा कि उनकी अपील 17 साल से लंबित है। इस मामले की अंतिम सुनवाई फरवरी 2026 में होगी।
रिहाई के बाद गवली नागपुर एयरपोर्ट पर नज़र आए, जहाँ से वे मुंबई लौटने की तैयारी कर रहे थे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में उनका नया रूप दिखाई दिया — सफेद दाढ़ी और बढ़ा हुआ वज़न। माना जा रहा है कि वह मुंबई के बायकुला स्थित दगडी चॉल भी जाएंगे।
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