मूसलधार बारिश से महाराष्ट्र में हाहाकार, कई जिलों में बाढ़-संकट गहराया, प्रशासन हाई अलर्ट पर

महाराष्ट्र इन दिनों मूसलधार बारिश की चपेट में है। लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आपदा प्रबंधन विभाग के साथ स्थिति की समीक्षा की और मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग को हाई अलर्ट पर रखा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन पूरी तरह चौकस है और निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं।
बारिश के कारण राज्यभर में बाढ़, भूस्खलन और जलभराव जैसी घटनाओं ने हालात गंभीर बना दिए हैं। अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि नांदेड़ से 290 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं।
कोकण क्षेत्र में रायगढ़ जिले में 24 घंटे में 160 मिमी बारिश हुई, जिससे कुंडलिका और सावित्री नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, वहीं भूस्खलन से महाड और नागोठाणे की सड़कें बंद हो गई हैं।
पश्चिम महाराष्ट्र में कोल्हापुर के राधानगरी बांध से 11,500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे पंचगंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुँच गई है। वहीं, विदर्भ और मराठवाड़ा के गढ़चिरोली और वाशिम में कई गाँव पानी में डूब गए हैं और फसलों को भारी नुकसान पहुँचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले 48 घंटे बेहद महत्वपूर्ण होंगे और लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें।
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